हमास के डिप्टी लीडर सालेह अरौरी की बेरूत में ड्रोन अटैक में मौत, लेबनानी PM का इजरायल पर आरोप
सालेह अरौरी की हत्या: हमास के शीर्ष अधिकारी सालेह अरौरी (सालेह अरौरी) की मृत्यु हो गई। इजराइल और हमास में जंग के बीच हिजबुल्ला के टेलीविजन स्टेशन ने कहा कि बेरूत के दक्षिण में एक विस्फोट में सालेह की मौत हो गई। अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी बेरूत में सालेह अरौरी पर आतंकवादी हमले की आशंका थी।
लेबनान के इजराइल पर लगाए गए आरोप
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने बेरूत विस्फोट के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया। लेबनानी ने कहा, “सालेह अरौरी की हत्या का उद्देश्य देश के दक्षिणी विचारधारा में चल रहे मौलाना को खींचना है।”
सालेह अरौरी कौन थी?
अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार सालेह अरौरी हमास के राजनीतिक ब्यूरो के उप प्रमुख और फिलिस्तीनी समूह की सशस्त्र शाखा कॉमनवेल्थ ब्रिगेड के संस्थापकों में से एक थे। उनका जन्म वर्ष 1966 में बिजनेस वाले वेस्ट बैंक के रामल्ला में हुआ था। सलेहसौरी इजराइल की जेल में 15 साल तक रहने के बाद लंबे समय तक लेबनान में निर्वासन में रह रहे थे।
पिछले साल अक्टूबर में इज़रायली सेना ने रामल्ला के पास अपने घर को ध्वस्त कर दिया था। अमेरिकी सरकार ने साल 2015 में उन्हें वैश्विक अपराधी के रूप में नामित किया था और उनके बारे में जानकारी देने वाले को 5 मिलियन डॉलर की आपूर्ति की बात कही थी.
बेरूत में हमास का कार्यालय है
बेरूत के दक्षिणी क्षेत्र में हिज़बाबाद और फ़िलिस्तीनी समूह सक्रिय हैं। वहां हमास का अपना ऑफिस भी है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हिजाब ने लेबनान में हत्याओं को लेकर इजराइल को पहले ही चेतावनी दी थी.
पिछले साल जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान में फिलिस्तीनी नेताओं की खतरनाक दी थी, तब हिजबा प्रमुख हसन नसरल्लाह ने कहा था कि लेबनान की धरती पर किसी लेबनानी, फिलिस्तीनी, ईरानी या सीरियाई व्यक्तित्व की हत्या पर सीक्वल प्रतिक्रिया दी जाएगी।
ये भी पढ़ें: जापान में हवाई अड्डे पर बड़ा हादसा, दूसरे विमान से प्लेन में बने आग का गोला, 5 की मौत, पढ़ें यात्रियों की आपबीती
Source link