बदायूं से टिकट मिलने के बाद चाचा शिवपाल की पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा
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यूपी समाचार: चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने मंगलवार को पांच और खण्डों पर नरसंहार की घोषणा कर दी। सूची में सपा मुखिया अखिलेश यादव के चाचा समाजवादी यादव को पिछड़ा वर्ग से उम्मीदवार घोषित किया गया है। रिफ्रेश से प्रतियोगी बनने के बाद सबसे पहले प्रतिक्रिया आई है छोटू सिंह यादव की।
छोटू यादव ने कहा, ‘पार्टी का आदेश स्वीकार है और चुनावी बीजेपी हारेगी.’ अभी हम उधार पर कुछ भी नहीं बोलना चाहते हैं। पहले वो लोकदल शुरू हुए, फिर साइंटिस्ट में गए, फिर साइंटिस्ट से बीजेपी में गए और बीजेपी से सपा में आए। ‘अब रही जगह-जगह चले जाओ।’ ओम प्रकाश राजभर के बयान पर कहा गया कि हम उनकी बात से नहीं लेते हैं।
एसपी ने कहा कि आप समझ गए कि हम एक बार पैरवी के दो मंत्री नहीं बने तो फिर लौट आए। हम पूजा कर रहे हैं और हम आए हैं समाचार मिला है तो अच्छी बात है। असल में, जिस सीट पर चाचा यादव को टिकट दिया गया है उस सीट पर पहले सपा ने डेमोक्रेट यादव को टिकट दिया था।
स्वामी की बेटियां हैं मिनिमम
असल में, जिस सीट पर पूर्वोत्तर यादव को उम्मीदवार बनाया गया है उसे स्वामी प्रसाद मौर्य की स्थानीय सीट माना जाता है। इसी सीट पर अभी भी स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और भाजपा से संघमित्रा मौर्य नाबालिग हैं। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने सूप से बगावत कर दी है।
पहले इस सीट पर सपा ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई डेमोक्रेट यादव को टिकट दिया था लेकिन फिर उनके टिकट चाचा समाजवादी यादव को दिए गए हैं। अब डेमोक्रेट यादव को बनाया गया है मैगज़ील सीट का प्रभारी और संभावना है कि डेमोक्रेट यादव इसी सीट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। बता दें कि स्पाइ ने अब तक कुल 32 बदमाशों के नाम का खुलासा किया है।
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