जयंत सिन्हा के ‘इनकार’ के बाद हजारीबाग सीट से किसे मिला BJP का टिकट?
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झारखंड लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव को लेकर बीजेपी ने शनिवार को 195 जनवरी की पहली लिस्ट जारी की है। इसके साथ ही स्टॉक्स लंदन का बाजार गर्म हो गया है। बात करें झारखंड की तो यहां प्रदेश की राजनीति में उस समय हलचल तेज हो गई थी जब बहुमत से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर उन्होंने पोस्ट कर लिखा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी से वे सभी विचारधारा से मुक्त होने का आग्रह करते हैं।
ताकि वो भारत के साथ-साथ दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से अपने प्रयास पर ध्यान केंद्रित कर सकें। जिसके बाद बीजेपी ने देर शाम फैसला लेते हुए पिपरियात के सदर विधायक मनोहर महल को प्रमुख सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया।
इस कारण से मैनचेस्टर में आए थे
लीडर के सरदार को अत्यंत आक्रामक नेता माना जाता है। वे वैलेंटाइन सोरेन सरकार के खिलाफ बड़ी आबादी से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। पिछले साल 21 मार्च 2023 को उन्होंने कुर्ता स्ट्राइकर विरोध प्रदर्शन दर्ज किया था। इस कारण से वे दस्तावेज़ में आ गए थे. उन्होंने प्रशासन पर रामनवमी के कार्यक्रम पर रोक लगाने का आरोप लगाया था.
पहले भी मैन्युफैक्चरर्स की कई जिम्मेदारियां थीं
बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से मनीष मिश्रण को विश्वास पात्र माना जाता है। इससे पहले भी शीर्ष नेतृत्व की तरफ से मनीषा चावला को कई जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसके साथ ही उन्हें कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बैंगलोर उत्तर क्षेत्र के विश्रामपुर विधानसभा का प्रभारी भी बनाया गया था।
पिता के बाद बेटे का मिलाप था दादाजी के टिकट से
तेरहवें लोकसभा सीट से पहले पूर्व विदेश और वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद साल 2014 में पहली बार जयंत सिन्हा ने इस सीट से चुनाव लड़ा। मोदी के कार्यकाल में सबसे पहले उन्हें मंत्री बनाया गया. इसके बाद साल 2019 के चुनाव में फिर से जयंत सिन्हा ने जीत हासिल की। लेकिन इस बार उन्होंने साल 2024 में कामास चुनाव से इंकार कर दिया है।
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