कौन हैं रमेश सिंह अरोड़ा, जो पाकिस्तान सरकार में बनेंगे पहले सिख मंत्री
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कौन हैं रमेश सिंह अरोड़ा: पाकिस्तान के नारोवाल के नेता रमेश सिंह अरोड़ा ने रविवार (6 मार्च) को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मंत्री पद की शपथ ली। वह पाकिस्तान के अल्पसंख्यक सिख समुदाय से नेता बनने वाले पहले व्यक्ति हैं। अरोड़ा पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) की मुख्यमंत्री मरियम नवाफसरफर्ड की मस्जिद में शामिल होंगी।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अरोड़ा ने कहा, “विभाजन के बाद पहली बार एक सिख को पंजाब प्रांत के ढांचे में शामिल किया गया है। मैं सिर्फ सिखों की ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में रहने वाले आदिवासियों और ईसाइयों सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और सिद्धांतों को शामिल करती हूं।” के लिए काम करुंगा।”
कौन हैं रमेश सिंह अरोड़ा?
पाकिस्तान में हाल ही में चुनाव में अरोड़ा को नारोवाल से चुना गया है। पिछले वर्ष उन्हें जयपुर के राजदूत के रूप में भी नियुक्त किया गया था। इससे पहले अरोड़ा को तीन साल के लिए पाकिस्तान सिख गुरुकुल प्रबंधक समिति (पीएसजीपीएस) का अध्यक्ष चुना गया था।
विश्व बैंक के लिए काम
ननकाना साहिब में साउदी सरदार राकेश सिंह अरोरा ने लाहौर की नेशनल यूनिवर्सिटी से एंटरप्रेन्योरशिप और एसएमई के पद पर ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। राजनीति में आने से पहले अरोरा ने पाकिस्तान में विश्व बैंक के गरीबी निवारण कार्यक्रम के लिए काम किया।
मोजाज फाउंडेशन की स्थापना
2008 में उन्होंने पाकिस्तान में राजनेताओं और गरीबों के लिए काम करने वाली संस्था मोजाज फाउंडेशन की स्थापना की। अरोरा के बड़े भाई गोविंद सिंह, रामपुर गुरुद्वारे में मुख्य ग्रंथी के रूप में औज़ार हैं। रमेश सिंह अरोड़ा नरोवाल से प्रांतीय असेंबली (एमपीए) के तीन बार के सदस्य हैं। 1947 में विभाजन के दौरान उनके परिवार ने बहुसंख्यक सिख/हिंदू परिवार की तरह पाकिस्तान के बजाय भारत में रहने का विकल्प चुना।
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