ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन, 5 दिन का शोक से लेकर नए नेता का चुनाव, पढ़ें- 1
![](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/20/bafd4a9ca901f7a35948a7280c4ec95217162064792921020_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200)
ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राज़ी की दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उनके हेलीकॉप्टर के उपकरण होने के बाद से ही करीब 40 से अधिक रिकॉर्ड सर्च ऑपरेशन चला रही थी। ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर अजरबैजान की सीमा से बाहर की तरफ ही बनाया गया था। उनके निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता इमाम अली खामेनेई ने 5 दिवसीय सार्वजनिक शोक की घोषणा की।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, एक ईरानी अधिकारी ने बताया कि कार्यशाला में पूरी तरह से जल गया था। जिस स्थान पर परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया था, वहां मौसम खराब था। इस कारण से गणतंत्र तक की उपलब्धि में डिफ्रेंस पार्टी को काफी संकट खड़ा होना पड़ा। राष्ट्रपति रईस रविवार को अजरबैजान में किज कलासी और गोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए थे।
राष्ट्रपति और विदेश मंत्री समेत कई लोगों की मौत
राष्ट्रपति के साथ हेलीकॉप्टर में ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग सवार थे. इन लोगों में पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मोहम्मद रहमती, पूर्वी अजरबैजान में ईरानी सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि अयातुल्ला मोहम्मद अली अल-हाशेम, रियासी गार्ड टीम के प्रमुख सरदार शेख मेहदी मौसवी, कमांडर के पायलट कर्नल ताहिर मुस्तफावी, कमांडर के सह-पायलट कर्नल मोहसिन डेरियनुश और फ़्लाइट पार्टियल मेजर बेहरोज़ गादिमी भी शामिल हैं। ईरानी राज्य समाचार एजेंसी IRINN और सेमी पब्लिक न्यूज एजेंसी मेहर न्यूज ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के दुर्घटनास्थल पर कोई भी जीवित नहीं मिला है। हादस में सभी 9 लोगों की मौत हो गई।
5 दिन के सरकारी शोक का शोक
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राज़ी के निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने 5 दिनों के शोक की घोषणा की है। दिल्ली में भी ईरानी दूतावास ने अपना झंडा आधा झुका दिया है।
दुर्घटना या साजिश- क्यों उठ रहे सवाल
‘द इकोनॉमिस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के कई लोगों का कहना है कि इस हादसे के पीछे इजरायल हो सकता है। यह कॉन्सापिरेसी थ्योरी इसलिए भी सामने आ रही है क्योंकि गाजा में चल रहे इजराइली हमलों के बीच कुछ समय पहले ईरान ने इजराइल पर हमला किया था। इजराइल ने तब कहा था कि ईरान को इसके गंभीर पदचिह्न मिलेंगे। इजरायल ने अप्रैल की शुरुआत में सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हवाई हमला किया था जिसमें ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा जेहादी की मौत हो गई थी। जेहादी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर (आईआरजीसी) के सीनियर कमांडर थे। अब कई ईरानी यह कह रहे हैं कि रईस की मौत के पीछे भी इजरायल का हाथ है। हालाँकि, इज़रायल ने कभी भी ईरान के राष्ट्रप्रमुखों की रचना नहीं की है। रईसी के मामले में कहा गया कि इस हादसे में हमारी कोई भूमिका नहीं है।
अंतिम उप राष्ट्रपति को राष्ट्रपति के तौर पर निर्देशित किया गया
राष्ट्रपति बबरा रईसी की मृत्यु के बाद उनकी उपाधि राष्ट्रपति के नाम पर दी गई है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोख़बर को देश का राष्ट्रपति नियुक्त किया है। राष्ट्रपति पद के लिए 50 दिनों का मोखबर। इसी बीच चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा नए विदेश मंत्री अली बघेरी कानिहुगे भी हैं।
नए राष्ट्रपति का चुनाव कब होगा
फ्रांस की तरह ईरान में भी हर 4 साल में चुनाव होता है। पिछला चुनाव 2021 में हुआ था, इसलिए अगला चुनाव 2025 में प्रस्तावित था, लेकिन इब्राहिम राडिया की मौत के बाद जल्द ही चुनाव होगा, क्योंकि उपचुनाव के करीब केवल 50 दिन तक ही सत्य प्रभात का अधिकार रहेगा। इसी 50 दिन के अंदर ईरान में नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा।
भारत की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति बराक रईसी के निधन पर पीएम मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा कि डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। उन्होंने कहा कि भारत-ईरान के माल की आपूर्ति को मजबूत करने में दिया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के लिए मेरी संवेदनाएँ। यह दुख की घड़ी भारत, ईरान के साथ खड़ी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा कि ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम राज़ी और विदेश मंत्री एच. अमीर-अब्दोदीन के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन की खबर से गहरा आघात हुआ। जनवरी 2024 में हुई हमारी आखिरी मुलाकात जिसमें उनके साथ हुई कई बैठकें याद आती हैं। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएँ। इस दुख की घड़ी में हम ईरान के लोगों के साथ हैं।
विश्व का चयन
रूस
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर रईसी की मृत्यु को ‘बड़ी त्रासदी’ में चित्रित किया गया था। उन ने कहा, सैय्यद इब्राहिम रईसी एक उत्कृष्ट राजनेता थे, सारा को जीवन की सेवा के लिए समर्पित किया गया था। रूस के एक साझीदार मित्र के रूप में उन्होंने हमारे देशों के बीच सबसे अच्छे पड़ोसी के विकास में अमूल्य व्यक्तिगत योगदान दिया और उन्हें साझीदारी के स्तर पर स्थापित करने का महान प्रयास किया।
चीनी
चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि रियासी की मौत “ईरानी लोगों के लिए एक बड़ी क्षति है, और चीनी लोगों ने एक अच्छा दोस्त खो दिया है”
पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम अब्बासी के जहाज़ के बेड़े से संबंधित घटनाओं पर उत्सुकता से नज़र रखी जा रही थी। अच्छी खबर की उम्मीद थी. अफसोस, ऐसा नहीं हुआ. पाकिस्तान की सरकार ईरान के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति का संचार करती है। महान ईरान पारंपरिक साहस के साथ इस त्रासदी से बाहर निकलेगा
तुर्की
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोगन ने यह घटना सहानुभूति व्यक्त की। एर्डोगन ने कहा कि वह इवेंट पर लगातार नजर बनाए रख रहे हैं। तुर्की ने रईसी और उनके दल की खोज और बचाव अभियान में मदद के लिए टीम को भी भेजा था
इराक
इराक के राष्ट्रपति अब्दुल लतीफ रशीद ने भी इस घटना पर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने बगदाद में ईरान के राजदूत से इस घटना पर चर्चा की है. उन्होंने ईरान के वाद्ययंत्र मोहम्मद मोखबर से भी टेलीफोन पर बातचीत की।
कहाँ हुआ हादसा, कितनी दुर्गम संपत्ति है
राष्ट्रपति राजसी अजरबैजान में किज कलासी और खोफारिन बांध का उद्घाटन किया गया था। इस उद्घाटन के बाद वो तबरेज़ शहर की ओर जा रहे थे। तबरेज ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत की राजधानी है। इसी दौरान रास्ते में किसी जगह पर एक दुर्घटना का शिकार हो गया। जहां हेलीकॉप्टर ने हार्ड लैंडिंग की, वोला ग्रेटर टैबरेज़ शहर से 50 किलोमीटर दूर वर्जीनिया शहर के पास है। जिस स्थान पर आर्किटेक्ट का काम पूरा हुआ, वहां काफी धुंधलापन दिखाई दिया। डिफेंस दल के साथ मौजूद एक रिपोर्टर ने बताया कि पहाड़ी और इस घने जंगल में दृश्यता सिर्फ पांच मीटर की ही थी।
Source link