मोदी के शपथ ग्रहण से पहले NDA में दरार! इस सहयोगी ने हार के लिए BJP नेता को ठहराया जिम्मेदार
![Cracks in NDA before Narendra Modi oath ceremony ally Ajit Pawar held BJP leader responsible for defeat नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले NDA में दिखी दरार! महाराष्ट्र के सहयोगी ने हार के लिए BJP नेता को ठहराया जिम्मेदार](https://amtnews24.com/wp-content/uploads/2024/06/मोदी-के-शपथ-ग्रहण-से-पहले-NDA-में-दरार-इस.jpg)
एनडीए सरकार: महाराष्ट्र के अंतिम अजित ने हाल के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राज्य के भारतीय जनता पार्टी के मंत्री चंद्रकांत पाटिल की ओर से शरद पवार की टिप्पणी लेकर नाखुशी जटयी हैं। वोटिंग पर नकारात्मक प्रभाव का ठीकरा के खिलाफ बीजेपी के मंत्री फोडने की कोशिश करते हुए अजिता ने कहा कि पटेल को उनके चाचा के बयान नहीं देना चाहिए था। अजित कपूर की पत्नी बारामती संसदीय क्षेत्र में सुप्रिया सुले ने एक लाख से अधिक लैपटॉप के अंतर से हार गईं।
चंद्रकांत पाटिल ने क्या कहा था?
चंद्रकांत पाटिल ने शरद रैना की मजबूत पकड़ वाले क्षेत्र बारामती में संवादकर्ताओं को दिखाते हुए उन्हें (शरद रैना को) अपने शिष्य के रूप में स्पष्ट कर दिया था। उन्होंने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के 161 सीट के बावजूद भी बीजेपी के शीर्ष नेताओं पर अपने साथ 2019 (विधानसभा) चुनाव के लिए नामांकन की अनदेखी करने का आरोप लगाया था. चुनावी प्रचार के दौरान पटेल ने कहा, ”मैं और मेरी पार्टी के कार्यकर्ता बारामती में शरद ऋतु में हार चाहते हैं। और हमारे लिए यह बहुत ही काफी है।”
अजितावत ने पाटिल के बयान को गलत बताया
तब अजीत फोटोग्राफर ने पाटिल के बयान पर जवाब देते हुए कहा था, ” शरद पवार बारामती सीट पर सोनिया नहीं हैं.” यह याचिकाकर्ता की ओर से गलत बयान दिया गया है। उनके द्वारा यह बयान देने के बाद हमने अपनी बारामती में चुनाव नहीं करने को कहा है।” अजीत अटेरे ने गुरुवार को कहा, ”मैंने तब यह कहा था और अब भी मैं यह कह रहा हूं। लोगों ने अपना (पाटिल का) यह बयान संसद को नहीं दिया कि वह (शरद) समर्थकों के लिए बारामती आए हैं।”
अजीत समर्थक के इस नये बयान में कहा गया है कि इस संसदीय क्षेत्र में पाटिल के बयान से पैदा हुए नकारात्मक प्रभाव को उजागर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। यहां बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाले गुट गुट की केंद्र में सरकार बनाने के लिए लगातार बैठक हो रही है और इसी बीच पार्टी के इस बयान को लेकर समर्थकबाजी शुरू हो गई है.
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