12 साल की उम्र में RSS से जुड़े… आडवाणी की रथयात्रा का वो सिपाही, जिसे मोदी कैबिनेट में मिली
![who is Bandi Sanjay Kumar newly elected MP from Karimnagar telangana know his Political History here 12 साल की उम्र में RSS से जुड़े... आडवाणी की रथयात्रा का वो सिपाही, जिसे मोदी कैबिनेट में मिली जगह](https://amtnews24.com/wp-content/uploads/2024/06/12-साल-की-उम्र-में-RSS-से-जुड़े-आडवाणी-की.jpg)
बंदी संजय कुमार प्रोफ़ाइल: नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं। मोदी 3.0 मंत्रीमंडल में नवनिर्वाचित अल्पसंख्यक मंत्री संजय कुमार को भी जगह दी गई है। लोकसभा चुनाव में तेलंगाना के करीमनगर से जीत दर्ज करने वाले बीजेपी के नवनिर्वाचित अल्पसंख्यक मंत्री संजय कुमार ने 2019 के नतीजों को तय किया है। वजन 2.25 लाख के खिलाफ भारी अंतर से ब्याज को हराया। आइये बात करते हैं पिछले जीवन और राजनीतिक यात्रा के बारे में।
मुनुरकापु (बीसी-डी) में जन्म लेने वाले छोटे भाई संजय कुमार का जन्म 11 जुलाई, 1971 को हुआ। इनके पिता का नाम स्वर्गीय बीरासिया और माता का नाम बी शकुंतला है। पतिपत्नी बद्री अपर्णा मित्र कर्मचारी हैं। ये तो रही परिवार की बात, अब बात करते हैं उनकी पार्टी में शामिल की तो वर्जित संजय कुमार करीमनगर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेता हैं।
बचपन से ही संघ के साथ रहना
संजय कुमार बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ काम करते रहे। वह अखिल भारतीय स्टेट काउंसिल के राज्य प्रतिनिधि भी थे। बता दें कि 1994 से लेकर 1999 तक और 1999 से 2003 तक एचडीएफसी करीमनगर सहयोगी बैंक में निदेशक के रूप में काम किया। ऐसे ही नहीं दिल्ली में चुनावी प्रभारी के साथ-साथ केरल और तमिल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह रहे हैं।
संजय बंदी कुमार 12 साल की उम्र में RSS से जुड़ गए थे और शाखा में जाने लगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्णा ने जब रथयात्रा निकाली तो संजय कुमार ने इस यात्रा में एक महीने से अधिक समय तक अपने साथ रहे और पार्टी से मिली जिम्मेदारी को निभाया।
2019 के बाद 2024 में पुनर्जन्म इतिहास
2014 में करीमनगर विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में फिर से चुनाव हुआ, 52,000 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन साल 2019 में संजय कुमार ने नोम क्षेत्र के लिए बीजेपी उम्मीदवार के रूप में फिर से चुनाव लड़ा और 96,009 सीटों के साथ भारी बहुमत हासिल किया। बहुमत से जीत हासिल की, राज्य में भाजपा ने पहला स्थान हासिल किया। इस बार भी चुनाव इतिहास में दोहरीकरण के बाद संजय कुमार ने 2.25 लाख के भारी अंतर से अन्य शहंशाहों को मात दी और न्यूनतम चुना गया।
Source link