स्वास्थ्य

काली मिर्च की जगह आप भी तो नहीं खरीद रहे पपीते के बीज, असली-नकली में ऐसे करें फर्क

काली मिर्च को ‘मसालों का राजा’ कहा जाता है। भारतीय खाने में काली मिर्च का अपना एक खास महत्व है। सिर्फ इतना ही नहीं इसमें कई सारे औषधीय गुण होते हैं जो सेहत के लिए भी चमत्कारी होते हैं। खाना बनाने के शौकीन लोग बाजार से काली मिर्च का पाउडर लेने के बजाय गोटा काली मिर्च लेना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन प्रत्येक वस्तु में इतना अधिक उत्पाद हो रहा है कि समझ में नहीं आता कि वह असली है या नकली।

ऐसे में सवाल यह है कि हम असली और नकली के बीच कैसे फर्क करें? आज हम इस लेख के माध्यम से असली और नकली काली मिर्च के बीच का सादृश्य। साथ ही आपको कुछ ऐसे टिप्स मिलेंगे जिससे आप आसानी से पहचान सकेंगे।

ऐसे करें नकली काली मिर्च की पहचान

आज काली मिर्च में बेरीज मिला दी जा रही है। जिसे पढ़ने के लिए FSSAI ने एक आसान तरीका निकाला है। काली मिर्च में पपीता के बीज नीचे दिए गए हैं।

अगर चेक करना है तो सबसे पहले काली मिर्च को टेबल पर रखें। फिर उसे उंगलियों से चित्रित किया गया है जो काली मिर्च के टुकड़े टुकड़े कर देता है। लेकिन असली काली मिर्च नहीं टूटेगा.

असली काली मिर्च आसानी से नहीं टूटती। उसे तोड़ने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ेगी.

काली मिर्च असली है या नकली उसे चेक करने के लिए सबसे पहले पानी में डालें। नकली पानी के ऊपर तैरने में नकली और असली वाला पानी के अंदर बैठेगा।

काली मिर्च का ऐसे करें इस्तेमाल

काली मिर्च एक ऐसा मसाला है, जो लगभग हर घर में होता है। आज से नहीं जोड़ा से ये दुनिया का प्रमुख मसाला है. इसके गुण और स्वाद को भी ब्लैक गोल्ड के नाम से भी जाना जाता है। काली मिर्च, काली मिर्च की सबसे प्रसिद्ध वैरायटी है। अगर आप हर दिन काली मिर्च का सेवन करते हैं तो कई दिग्गजों से तो अपना आरक्षण कर सकते हैं। साथ में कई पुरानी और लंबे समय से चली आ रही चुनौती से भी खुद को बचाया जा सकता है। आपको काली मिर्च का सेवन कैसे करना है, यहां जानें।

काली मिर्च कैसे सही?

हर दिन एक काली मिर्च का सेवन करके आप अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। क्योंकि काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं।
हार्मोन इंबैलेंस की समस्या से अगर सुबह खाली पेट एक काली मिर्च को गर्म पानी के साथ खाया जाए तो कुछ ही महीनों में शानदार परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
वर्क्स के पेशेंट भी सुबह के समय खाली पेट काली मिर्च का सेवन कर सकते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल कोटेन मेंटेन रखने में मदद मिलती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्या करें?

आप एक काली मिर्च को पीसकर या फिर एक चुटकी काली मिर्च पाउडर लेकर इसे आधा अल्कोहल और एक पाउडर शहद के साथ लें। इस मिश्रण को रात के खाने के एक घंटे बाद और सोने से पहले बनाया गया। या फिर दिन में किसी भी समय भोजन के एक घंटे बाद सेवन करें। इससे संबंधित रोग विशेषज्ञ क्षमताएं और सांस्कृतिक संबद्धता भी नहीं है।

ठंड के मौसम में खांसी, सर्दी, गले में दर्द, बुखार और अब तो कोरोना भी परेशान करता है। इन सभी मसालों की अचूक सब्जी है, इस बताई गई विधि से हर दिन काली मिर्च का सेवन करें। इस मिश्रण को एक साथ खाने की जगह आप उंगली से धीरे-धीरे-धीरे-धीरे बातें खाएंगे तो ज्यादा फायदा होगा।

स्ट्रेस से बचने के लिए

यदि आपको तनाव अधिक रहता है या कोई अन्य मस्तिष्क संबंधी समस्या से गुजर रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह के बाद आप रात को सोने से पहले देसी गाय के एक चम्मच घी में एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन कर सकते हैं। साथ में गर्म दूध या फिर गर्म पानी पी सकते हैं. स्ट्रेस दूर करने के साथ ही यह विधि मेटाबॉलिज्म को हाई करने में भी मदद करती है।

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