Google के खिलाफ CCI का एक्शन, प्ले स्टोर बिलिंग पॉलिसी की होगी जांच
गूगल प्ले स्टोर: भारत के कुछ ऐप्स को Google Play Store से बैन करने के बाद Google ने आपकी रेटिंग बढ़ा दी है। भारत सरकार ने गूगल और भारतीय कंपनियों के बीच आपसी सहमति से दोनों के सवालों को खत्म कर दिया है और इस समस्या का समाधान निकाला है। अब गूगल ने 4 महीने का समय लेकर सभी ऐप्स को फिल्म प्ले स्टोर पर लिस्ट कर दिया है, लेकिन उनका फीचर कम नहीं हुआ है।
गूगल मान्यता की जांच
असल में, अब भारत के अविश्वास नियामक (एंटीट्रस्ट रेगुलेटर), भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) यानी सीसीआई (सीसीआई) ने अल्फाबेट के स्वामित्व वाली गूगल की जांच का आदेश दिया है। भारत की यह सरकारी अधिकृत संस्था गूगल के प्ले स्टोर पर इन-एप बिलिंग सिस्टम और उनकी इस कंपनी की जानकारी है।
मान्यता प्राप्त संस्था के अनुसार, गूगल ने अपने बिलिंग सिस्टम को लागू करने के लिए देश के कानून के उल्लंघन का उल्लंघन किया है। सरकार की इस संस्था ने अपनी जांच टीम को 60 दिनों की जांच पूरी करने का ऑर्डर दिया है। भारतीय ऐप डेवलपर द्वारा बार-बार फोर्ट करने पर सीसीआई ने यह निर्णय लिया है।
इन ऐप्स को किया गया था रोबोट
बता दें कि गूगल ने भारत के 10 लोकप्रिय ऐप्स ऑल्ट बालाजी (एएलटी बालाजी), क्वैकक्वैक (क्वेकक्वेक), ट्रूली मैडली (ट्रूली मैडली), स्टेज (स्टेज), नौकरी.कॉम (नौकरी.कॉम), शादी.कॉम (शादी डॉट कॉम) आपको बताए हैं। com), भारत मैट्रिमोनी (भारत मैट्रिमोनी), कुकू एफएम (कुकू एफएम), 99एकड़ (99एकड़), और जीवनसाथी (जीवनसाथी) को प्ले स्टोर से हटा दिया गया था। गूगल का कहना था कि इन ऐप्स ने अपनी बिलिंग सिक्योरिटी के लिए अकाउंट से पेमेंट नहीं किया है और पेमेंट करने से भी मना कर दिया है।
इस कारण से Google ने इन सभी ऐप्स को Google Play Store से हटाने की चेतावनी दी थी, भारत के इन ऐप को कंपनी ने पहले मद्रास उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, लेकिन उच्च न्यायालय ने इन ऐप्स की याजिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद भारत की ऐप कंपनी ने हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी और अनुरोध किया कि वो ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से बचा लें, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस भारतीय ऐप को भी खारिज कर दिया था। अब देखिएगा कि इस केस में आने वाले 4 महीने में क्या होता है।
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