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भारत-रूस एक दूसरे के हितों का रखते हैं ख्याल, सिंगापुर में बोले- विदेश मंत्री एस जयशंकर

एस जयशंकर सिंगापुर में: विदेश मंत्री एस जय शंकर ने रविवार (24 मार्च) को भारत-रूस के भविष्य पर विश्वास बांड और जोकर ने कहा कि मॉस्को हमेशा भारत के साथ मजबूत और सकारात्मक संबंध बनाए रखें। विदेश मंत्री जयशंकर ने सिंगापुर यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करते हुए कहा कि भारत और रूस दोनों ने हमेशा एक-दूसरे के हितों की रक्षा की है।

एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, ”मैं खुद से कहता हूं कि रूस ने हमारी मदद की या हमें नुकसान पहुंचाया?” क्या रूस से हमें कोई फ़ायदा होगा? या इससे उन्हें केवल नुकसान ही होगा?” अगर मैं आपको देखता हूं और आपकी दोस्ती को देखता हूं तो मुझे जवाब दें और इस मामले में उत्तर दें कि रूस एक ऐसा देश है जिसके साथ हमारे रिश्ते हमेशा सकारात्मक रहे हैं।”

‘आदिवासी देशों पर विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए’
उन्होंने कहा कि भारत और रूस दोनों ने एक-दूसरे के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतनी जरूरी है। विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों को विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। इससे उनका रिश्ता और मजबूत होगा।

सिंगापुर के साथ क्या बोले विदेश मंत्री?
उन्होंने सिंगापुर में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान भारत-सिंगापुर के दौरे पर भी जोर दिया और कहा कि इसमें व्यक्तिगत रूप से शामिल होकर खुशी की बात कही गई है। हमारे रिश्ते टूटे हुए हैं। जैसे-जैसे भारत का ग्लोबलाइजेशन हुआ भारत और सिंगापुर के शेयरों पर भी असर पड़ा। एस जयशंकर 23 से 27 मार्च तक सिंगापुर, फिलीपींस और मलेशिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं।

राक्षसों पर हमला रॉकेट्स
मॉस्को के साथ मजबूत मजबूती पर एस जयशंकर ने यह टिप्पणी रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ कुछ चौथाई बाद की है। इससे पहले उन्होंने 23 मार्च को मॉस्को मॉस्को मॉल और कॉन्सर्ट हॉल पर अपनी संवेदना व्यक्त की थी।

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