अब लड़ाकू विमानों की जापान करेगा बिक्री, यूके और इटली के सहयोग से बना रहा खतरनाक जेट
![](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/27/38a567afa30b8f9f3146f0e0b597e1ed1711530619174945_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200)
जापान बेचे लड़ाकू विमान: अपने शांतिवादी आदर्शों को तोड़ते हुए अब जापान भी एफ़ियेट्स की बिक्री की मांग कर रहा है। जापान के खुलासे ने ब्रिटेन और इटली के साथ मिलकर विकसित किए जा रहे नए उग्रवादियों के प्रिंट को लेकर मंजूरी दे दी है। नए आतंकवादी गुट जापान ने हथियार आतंकवादियों को आसानी से बना दिया है, ताकि जापान ने जापान के साथ मिलकर हथियारबंद देशों के साथ रक्षा समझौता किया हो।
बीबीसी के अनुसार, जापान ने चीन और उत्तर कोरिया से पैदा हुए आदर्श को देखते हुए साल 2027 तक सैन्य खर्च दोगुना करने का वादा किया है। जापान के अधिकारियों ने कहा है कि प्रत्येक आतंकवादी विमान की बिक्री के लिए नायडू की मंजूरी जरूरी होगी। दिसंबर 2022 में, जापान में इस नए फाइटर जेट को विकसित करने के लिए यूके-इटली सहयोग शामिल हुआ था। इस एक्ट का नाम टेम्पेस्ट दिया गया है, जिसके तहत उच्च तकनीक के तहत लड़ाकू विमान बनाए जाएंगे।
रक्षा उपकरणों में बढ़ोतरी जापान
यूके और इटली के सहयोग से 2035 तक जेट मार्केट बनाए जा सकते हैं। जापान ने अमेरिका के अलावा किसी अन्य देश के साथ पहली बार रक्षा उपकरण विकास को लेकर समझौता किया है। यह जानकारी टैब में सामने आया है, अप्रैल महीने में प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा अमेरिका का दौरा करने वाले हैं। इस दौरान उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री अमेरिका के साथ अपनी रक्षा साझेदारी को बढ़ाने पर जोर देंगे।
जापान के प्रवक्ता ने क्या कहा?
हाल ही में जापान के प्रधान मंत्री ने कहा था कि टोक्यो के तीसरे देशों के लिए बनाए गए डेटा को बनाए रखना ‘आश्वयक’ है। सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने मंगलवार को कहा, ‘हमारे देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्माता वाले लड़ाकू विमानों का निर्माण आवश्यक है, जिससे स्पष्ट है कि जापान अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं कर पाएगा।’
जापान में शांतिवादी आदर्शों को तोड़ा जा रहा है
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका के कब्ज़े वाले जापान ने एक संविधान बनाया, जिसमें कहा गया था कि दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक ने युद्ध और बल के प्रयोग को त्याग दिया है। इस दौरान हथियार पर प्रतिबंध भी लगाया गया था, लेकिन 2014 में उस समय के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने प्रतिबंध को कम कर दिया था। अब जापान के घातक मछुआरों की बिक्री के लिए और भी आसान तरीका दिया गया है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में 5 चीनी नागरिकों की हत्या से डरे हुए शाहबाज सरफराज, भागकर चीनी दूतावास और…
Source link