दुनिया

न कोई महामारी, न हिंसा…फिर क्यों अमेरिका के लिए चीन को जारी करनी पड़ी ट्रैवल एडवाइजरी?

अमेरिका-चीन तनाव: अमेरिका और चीन के बीच किसी से दोस्ती की बात नहीं है। हालाँकि, पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिसका सीधा असर अमेरिका की यात्रा करने वाले चीनी नागरिकों पर दिख रहा है। यही वजह है कि अब चीन के लिए उन लोगों के लिए स्टोर्स एड डिक्री जारी करना पड़ा है, जो अमेरिका की यात्रा करने वाले हैं। इसमें कहा गया है कि वे सभी संकटग्रस्त विषम परिस्थितियों के लिए तैयार रहें।

असल, चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से जुड़े दस्तावेजों की तलाश जारी की है। चीनी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि चीनी छात्र और कंपनी के कर्मचारी अमेरिका पहुंच कर एयरपोर्ट अधिकारी से खूब पूछताछ कर रहे हैं। ये भी कहा जा रहा है कि चीनी नागरिकों को अमेरिकी एयरपोर्ट्स पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद विदेश मंत्रालय की ओर से एड स्टॉक जारी किया गया, ताकि लोग सावधान रहें।

अमूमन के लेखक आद्री की हालिया रिलीज जारी है, जब कोई महामारी हो या फिर किसी भी देश में हिंसा की आशंका हो। मैगज़ीन ने नागरिकों के साथ हो रही विचारधारा से संबंधित लेटर एड डिकारीरी जारी की है। हालाँकि, चीन अपने नागरिकों के साथ हो रही सहमति से परेशान होकर यह कदम उठाने पर मजबूर है।

चीनी नागरिकों को दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी गई

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, स्टिक एड्री में कहा गया है कि जिन नागरिकों को अमेरिका में अशांति का सामना करना पड़ रहा है, वो तुरंत चीनी दूतावास या महावाणिज्य दूतावास से संपर्क करें। हाल ही में बायोलॉजिकल साइंसेज में रेडियो करने वाली एक चीनी इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंच पर डिपोर्ट कर दिया गया। उनके पूरे शरीर की जांच की गई और 12 घंटे तक एकांत में रखा गया। ऐसी ही एक घटना है कई चीनी छात्रों के साथ।

अमेरिका दिखा रहा है शीत युद्ध की बुनियाद: चीन

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने अमेरिका की आलोचना के लिए दोनों देशों के बीच साझेदारी को बाधित करने की बात कही। उन्होंने शीत युद्ध पर अमेरिका की कार्रवाई को सही ठहराया। इसी तरह से मंत्रालय के एक और प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिका पर शैक्षणिक अनुसंधान और हथियार बनाने और आयात पर नकारात्मक प्रभाव डालने का आरोप लगाया।

जिनपिंघ ने अमेरिकी छात्रों के लिए बनाई योजना

खैर ही दोनों मुजायबों के बीच तनाव है, लेकिन फिर भी चीन और अमेरिका ने शिक्षा और कल्चरल सपोर्ट-सहायक को बढ़ावा देने में कामयाबी हासिल की है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नवंबर में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अगले पांच पूर्वी देशों में 50 हजार अमेरिकियों को चीन में पढ़ने के लिए बुलावा देने की योजना की घोषणा की। चीन ने अमेरिका के साथ साझेदारी और दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में भी बात की है।

यह भी पढ़ें: चीन अमेरिका संघर्ष: दक्षिण चीन सी में अमेरिकी जहाज देख भड़का चीन, दी चेतावनी, बढ़ सकता है तनाव


Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *