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देहरादून में बिल्डर के सुसाइड मामले में ‘गुप्ता बंधु’ गिरफ्तार, दक्षिण अफ्रीका से भी है कनेक्शन

देहरादून समाचार: उत्तराखंड के बिल्डरों की रिहाई मामले में दक्षिण अफ्रीका के उद्योगपति गुप्ता बंधुओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता के खिलाफ़ मुक़द्दमे के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया। साहनी के कई प्रोजेक्ट रुक गए थे. इससे उनका एनआरसी में भी विवाद चल रहा था। साहनी ने अपने शहीद नोट में इन गुप्ता बंधुओं के बारे में लिखा था। पुलिस ने गुप्ता बंधुओं के खिलाफ धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया है।

आपको बता दें कि बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी मेमोरियल ही पैसिफिक गोल्फ सोसाइटी में रहते थे। शुक्रवार 24 मई को वे सोसायटी के पास ही प्रिंसिपल बिल्डिंग में कूदकर अपने साथी सतेंद्र सिंह साहनी को हॉस्पिटल लेकर चले गए। लेकिन दार्शनिकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। सतेंद्र सिंह साहनी के पास एक सुसाइड नोट मिला है।सतेंद्र सिंह साहनी ने अपने सुसाइड नोट में गुप्ता बंधुओं पर सैद्धांतिक परियोजना में सहयोगी के समझौते के खिलाफ हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।

क्या बोले डॉक्टर के डॉक्टर
सहयोगी अजय सिंह ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि घटना को लेकर मृतक के पुत्र रणवीर सिंह साहनी ने थाने में राजपुर में शहीद हुए कैदी को लिखा है। रणवीर साहनी ने कहा कि अजय कुमार गुप्ता और अनिल कुमार गुप्ता उनके पिता सतेंद्र सिंह साहनी को ड्र्रे-धमका और ब्लैकमेल कर रहे थे। इस संबंध में उनके पिता ने पहले एक प्रार्थना प्रार्थना पत्र पुलिस को दिया था। इसके अलावा अजय कुमार गुप्ता और अनिल कुमार गुप्ता ने अपने पिता के खिलाफ अजागन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

गुप्ता बंधन एक बार फिर चर्चा में
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साल 2018 में तख्तापलट के बाद रिहायशी रेजिडेंट गुप्ता बन्धुबा पार्टन में आये थे। दक्षिण अफ्रीका में म्युचुअल फंड के सहयोगियों के भागने के बाद गुप्ता बंधुओं ने वहां से भाग कर सामान वापस ले लिया। उनकी कंपनी के अलावा हरिद्वार में कई जगहों पर संपत्तियां हैं। उनका प्रभाव ऐसा था कि वे उत्तराखंड में भी काफी समय तक रुके रहे।

एक बार फिर गुप्ता बंधुओं की चर्चा है. इस बार में बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी की आत्महत्या में अजय गुप्ता को जीजा अनिल गुप्ता के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा पर कई गंभीर आरोप लगे थे. जुमा से विशेष अफ्रीका के बचे गुप्ता बंधुआ दक्षिण में सीधे दबाव में आ गए थे. तब सहयोगियों से भागने के लिए गुप्ता बंधुओं को अफ्रीका में छुट्टी दे दी गई। अब एक बार गुप्ता बंधुओं पर चर्चा है.

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