सैटेलाइट में कैद हुई चीन की चाल, पैंगोंग त्सो पर बना दिया ब्रिज, अब आसानी से ला सकेगा टैंक!
लद्दाख में चीनी पुल: चीन में अपने विस्तारवादी मंसूबों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहा है। पूर्वी इंडोनेशिया में ड्रैगन ने ड्रू मंसूबों के दर्शन पेंगो पेंग त्सो लेक पर ब्रिज बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया है। हाल ही में सैटेलाइट से ली गई फिल्म में ये पुल साफ-साफ नजर आ रहा है। ये ब्रिज जुड़ाव के कुर्नाक इलाके में झील के सबसे संकरे हिस्सों में बनाया गया है। जो प्रयास के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि ये ब्रिज जल्द ही इस्तेमाल के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। साथ ही इस ब्रिज के साथ पूरी तरह से बन जाने के बाद चीन में अपने विस्तारवादी मंसूबों को लागू करने के लिए मजबूत स्थिति में आ जाएगा। इस पुल के माध्यम से चीन की सेना को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगा और किसी भी ऑपरेशन को जल्द ही अंजाम की स्थिति में लाना होगा।
भारी हथियार भी जल्द से जल्द ला चीन से
चीन इस पुल के माध्यम से क्षेत्र के दक्षिणी हिस्सों तक टैंकों जैसी भारी आबादी को भी ले जा सकता है। इसी इलाके में रेजांग ला भी है, जहां साल 2020 में चीनी सैनिकों की सेना भारतीय सेना से हुई थी. इस पुल के कारण अब चीन को उत्तर से दक्षिणी हिस्से तक 180 किमी लंबे कुदाल तक नहीं पहुंचा जा सकेगा। इसका मतलब साफ है कि वो दक्षिणी अशांति में भारतीय सैनिकों के इलाके तक बड़ी ही आसानी और जल्द ही पहुंच जाएगा।
वर्ष 2020 और 2021 में फ़ौजी क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच स्टैंड ऑफ़ की स्थिति बनी थी। तब भारतीय सैनिकों ने चीन को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें वापस खदेड़ दिया था, लेकिन अब इस इलाके में जल्द ही पहुंच की अपनी क्षमता विकसित कर लेने के बाद चीन मजबूत स्थिति में आ सकता है। साथ ही वो आसानी से भारी हथियार से भी मित्रवत क्षेत्र तक ले जा सकते हैं।
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